Monday, 19 May 2025

jokes

चार पांच दुनियादारी से 
अच्छे से घिसी हुई  औरते 
आपस मे पति पत्नी के 
रिश्ते पर बात कर रही 
थी,एक औरत जो काफी
 देर से चुप चाप सबकी 
सुन कर अपने अंदर  
सबका डाटा स्टोर कर 
रही थी ,जब चार्जिंग
 फुल  गई तो बोली 
अरे बहन, पता नही 
कुछ औरते अपनी 
पति की बुराई कैसे 
कर लेती है अब मेरे 
वाले को देख लो 
अकल  से पूरा पैदल
 है यू कहो अकल के
 नाम का एक धेला
 उसके पास नही है
शकल राम  जी ने
 दी  नही 
राम जी की सेना के बंदर
भी उनसे ज्यादा सुंदर है 
 रंग ऐसा जैसे पैदा होते 
ही भट्टी मे डाल कर 
निकालना भूल गया हो
 और तसल्ली से 
किसी ने भून दिया  हो 
और कजूंस तो इतना 
के कच्छे व बनियान  
भी सैकेंड हैंड खरीद 
के पहनता है खराटे 
इतने मारता है के दिल 
करता सोते ही नाक मे 
मिटी का तेल डाल कर 
आग लगा दूँ  पर सच
 कहूं बहन  जैसा भी
 हैं मेरा तो देवता है, 
में तो कभी उनकी 
बुराई.. नहीं करती 

है




जापान की एक साबून की
 फैक्ट्री में एक बार गलती
 से साबुन के पैकेट में साबुन 
नहीं डला और वो खाली 
पैकेट ही भाई साब  
मार्किट में पहुँच गया।
पंगा शुरू हुआ यहां से 
कंपनी को भारी मुआवजा
 दे कर के ग्राहक से  खाली
 बंद पैकेट वापस लेना पड़ा..
ऐसी गलती दुबारा न हो
 इसलिए कंपनी में कई करोड़  
रुपये खर्च करके एक्सरे 
और सकैन करने की  
टॉप क्लास लेटेस्ट 
मशीन  मंगवाई व लगाई 
ताकि  हर साबुन के पैकेट
 की  गहराई से जाँच हो सके
 कि उसमें साबुन की 
टिकीया है, या खाली है..
यही सेम  गलती एक बार
 टाटा नगर  की छुई मुई ,  
साबुन फैक्ट्री में भी हो गयी..
उन्होंने जापान का किस्सा
 सुन रखा था 
दुबारा ऐसी गलती न हो
 इसलिए फैक्ट्री के मालिक 
ने पैविंग लाइन के आखिर
 में एक बड़ा सा उषा का
 1200सौ  का पंखा लगा 
दिया जिससे पैकेट खाली 
होने पर उड़ जाता और 
भरा होने पर आगे फाइनल 
पैकिंग को चला जाए 
 पर मुआवजा ठोकू 
नासपीटे ग्राहक के 
पास न जाए 
बोलो जय जुगाड़ ,जय 
भारत जय  दुनिया के 
सबसे महान भारत के 
 महा जुगाड़ू लोगों की











लड़के ने अपनी गर्लफ्रेंड 
को फोन किया तो लड़की 
के पिता ने उठा लिया.. ..
लडका शाना था 
पिता :- हैलो.... कौन 
बोल रहा है.?
लड़का  मैं अमिताभ
 बच्चन बोल रहा हूं.!
"कौन बनेगा करोड़पति
 से और आपकी बेटी
 की फ्रेंड हॉट सीट 
पर बैठी है और
 आपकी बेटी की मदद 
चाहती है, उसको 
 जल्दी से तुरंत
 फोन दीजिये Sir,..

पिता  फोन  व होश 
संभालते हुए ओह
, खुश होकर बेटी 
को फोन दे दिया..
लड़का सवाल यह " है 
आज शाम को तु 
कहां मिलोगी"..
Option -(A) घर के पीछे 
वाले झाड़ में
Option - (B) उजड़े चमन 
खंडहरों में 
Option -(C) फ्री गंज
 चौपाटी
Option -(D) सूखी 
नदी के पीछे
लड़की  मन ही मन
 गालियां निकालते हुए 
दल्ले कभी 
किसी अच्छी जगह 
न बुलाइयो 
भाड़ में जाए तेरा कौन 
बनेगा करोड़पति
लड़की डबल शानी 
थी तुनक कर बोली
बोली  में ऑप्शन 
d गंजु 
Ke साथ 
फाइव स्टार प्लाजा
 में  जा कर आज 
 अपना गिफ्ट लेना 
प्रेफर करूंगी
 लड़की का पिता अभी 
तक खुशी के मारे 
फूले नहीं समा रहा है


एक बार एक 
गंजु प्लेन से लंदन 
जा रहा था बगल में 
अंग्रेज बैठा हुआ था अंग्रेज
दोनों आपस में
 बात करने लगे 
 आप क्या करते हो.?
अंग्रेज में एक
 साइंटिस्ट हूँ, और आप.?
गंजु में इंजीनियर हूँ.!
अंग्रेज wow इंजीनियर 
अंग्रेज  हम थोड़ा  
थोड़ा हिंदी भी जानता है
  क्या हम किसी
 टॉपिक पर बात
 कर सकते हैं.!
गंजु जी जरूरबिल्कुल........
अंग्रेज :- अच्छा तुम 
न्यूक्लियर पावर के बारे 
में  क्या जानते
 हो कुछ बताओ.
गंजु  यह सुनक
 चुप रह गया..

अग्रेज :- ओह..!
 तो तुम नहीं जानते..?
गंजु जानता तो हूँ, लेकिन
 तुम पहले  मेरे एक
 Question.
. का Answer दो..
अंग्रेज  ok. पूछो..
इंजीनियर- मंदिर 
में घंटा होता है, 
और चर्च में भी घंटा 
होता है, तो फिर 
चर्च का घंटा, 
मंदिर के घंटे से 
बड़ा क्यों होता है.
 अंग्रेज कुछ देर
सोचता रहा फिर 
बोला :- में नहीं जानता.
गंजु बोला घंटु 
तुझे घंटे का 
भी  पता नहीं है 
ओर टॉपिक डिसकस
 करना है न्यूक्लियर
 पावर का






















अमेरिका के न्यूयार्क में 2
भिखारी एक ॐ का चिन्ह
और दूसरा जीसस का
क्रॉस लेकर बैठे हुए थे
सब लोग ॐ वाले भिखारी
को गुस्से   से कुछ न कुछ
बोल कर ,लाल आंखों से
देखकर क्रॉस पकड़े हुए
भिखारी को डॉलर  देकर
आगे निकल जाते थे
कुछ घंटों बाद वहां से एक 
रहम दिन इंडियन,
converted फादर
निकला ,उसने जब
देखा कि ॐ वाले को
लोग इंग्लिश में गालियां
दे रहे है और पैसे भी
नहीं दे रहे है  तो उसे
ॐ वाले पर बहुत दया
आई ,उसने  ॐ वाले
भिखारी से कहा अरे
भाई... ये क्रिस्चन देश
है यहां कोई तुम हिन्दू
को भीख नहीं देगा!
लोग तो तुम्हे किलसाने
कल्पनाने वा जलाने के
लिए क्रॉस वाले भिखारी
को जरूर देंगे ,
ॐ वाले भिखारी ने क्रॉस
वाले भिखारी को देखा
और हंसते हुए गुजराती
में बोला- जिग्नेश भाई
क्रॉस वाला बोला ..
. बोलो मनसुख भाई ॐ
वाला बोला .
अब ये हमें  धंधा
सिखाएगा  भाई 













एक औरत हाथ में हथौड़ा
लिये, अपने बेटे के स्कूल
में पहुंची और चपरासी
से पूछने लगी ?
"बर्मा सर" की
क्लास कौन सी है?"
"क्यों पूछ रही हैं?"
हथौड़े को देखकर,
चपरासी ने डरते हुए पूछां
वर्मा जी ने ऐसा क्या
के दिया बहनजी
"अरे वो मेरे बेटे के
क्लास टीचर हैं।"
हथौड़ा हिलाते हुए,
वो औरत बेताबी
से बोली।
चपरासी ने दौड़ कर
वर्मा सर को खबर
दी, कि एक औरत
हाथ में हथौड़ा
लिये आपको ढूंढ रही है।
बर्मा सर के पसीने
छूट गये। वो दौड़कर
प्रिसिंपल की पनाह
में पहुंचे।
प्रिंसिपल तत्काल
उस औरत के पास
पहुंचा, और विनय
पूर्वक बोला, "
कृपया करके
आप शांत हो जाइये।"
मुझे बताईए हुआ क्या है
ऐसे खून खराबा
करना ठीक बात नहीं है
औरत बोली
में शांत ही हूं।'
प्रिंसिपलः आप मुझे
बताईये, कि बात क्या है?
औरतः बात कुछ
भी नहीं हैं। मुझे
बस वर्मा सर की
क्लास में जाना है
प्रिंसिपलः लेकिन क्यों?
औरतः क्यों, क्योंकि
मुझे वहाँ उस् बेंच की
कील ठोक्नी है, जिस
पर मेरा बेटा बैठता है।
क्योंकि वो स्कूल से
तीन दिन में तीसरी
पेट, फाड़ कर आया
है।! ये है मां की असीम
ममता में छुपा गहन प्यार 








 






Sunday, 18 May 2025

sadhu va jivan

इस कहानी में गहरा आध्यात्मिक संदेश है, जिसे थोड़ा और रोचक, भावनात्मक और आधुनिक स्पर्श देकर वीडियो स्क्रिप्ट के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है। नीचे इसका स्पिन किया गया और ज्यादा दिलचस्प व प्रभावशाली रूप देखें:


[Background: हल्की ध्यान संगीत, जंगल का दृश्य, महात्मा ध्यान में लीन]

Narrator (कहानीकार की आवाज में)
एक घना जंगल… नीरवता… और उसी मौन के बीच एक महात्मा साधना में लीन थे… कई वर्षों से…
पर अचानक उनकी आंख खुलती है… और सामने खड़ी हैं… चार सुंदर युवतियां।

महात्मा (आश्चर्य से)
"तुम कौन हो? और इस निर्जन वन में क्या कर रही हो? मैंने तो आज तक तुम्हें यहां नहीं देखा…"

युवतियां (मुस्कुराते हुए)
"हम यहीं रहती हैं बाबा… तुम्हारे साथ… तुम्हारे भीतर।"

महात्मा (चौंकते हुए)
"मेरे भीतर?"

पहली युवती (गंभीर स्वर में)
"मैं बुद्धि हूं… तुम्हारे मस्तिष्क में निवास करती हूं।"

दूसरी (नम्रता से)
"मैं लज्जा हूं… तुम्हारी आंखों में रहती हूं।"

तीसरी (ममता से)
"मैं दया हूं… तुम्हारे हृदय में वास करती हूं।"

चौथी (सबल स्वर में)
"और मैं शक्ति हूं… तुम्हारे पूरे शरीर में समाई हूं।"

Narrator (धीरे से)
महात्मा मुस्कराए… और बोले…

महात्मा
"तुम सब मेरे भीतर हो… लेकिन मैं यह शरीर नहीं हूं… मैं तो उस चेतना का अंश हूं जो सबके पार है…"

[Background fades into ध्यान मुद्रा, फिर थोड़ी देर बाद आंख खुलती हैं]

अब सामने खड़े हैं चार नवयुवक… तेजस्वी, लेकिन आंखों में एक अलग सी चमक।

महात्मा (फिर से)
"तुम कौन हो? और कहां से आए हो?"

पहला युवक (तेज़ आवाज में)
"मैं क्रोध हूं… तुम्हारे मस्तिष्क में घर करता हूं। जब मैं आता हूं… तो बुद्धि भाग जाती है…"

दूसरा युवक (आंखें तरेरते हुए)
"मैं काम हूं… आंखों में रहता हूं… और मेरे आते ही लज्जा चली जाती है… पहचान मिट जाती है…"

तीसरा (लोभी स्वर में)
"मैं लोभ हूं… दिल में रहता हूं… और जब मैं आता हूं… दया भाग जाती है…"

चौथा (धीमी, भारी आवाज में)
"मैं मोह हूं… पूरे शरीर को जकड़ लेता हूं… और जब मैं आता हूं, तो शक्ति निष्क्रिय हो जाती है…"

Narrator
महात्मा शांत होकर बोले…

महात्मा
"तुम सब मेरे शरीर में हो… लेकिन मैं न बुद्धि हूं, न क्रोध… न मोह… मैं इन सबसे परे हूं… मैं आत्मा हूं, मैं साधक हूं… और मेरी यात्रा है प्रभु तक…"

[Background music crescendo – दिव्यता का आभास]

Narrator (ऊँची आवाज में)
जब कोई साधक गुरु के मार्गदर्शन में साधना करता है, तो एक-एक करके ये सभी गुण और दुर्गुण उससे बाहर निकल आते हैं। वह जान जाता है… वह शरीर नहीं है… वह आत्मा है…
और फिर उसके अंतर्मन में होता है प्रभु का साक्षात्कार।

[Visual: संत की आंखें बंद, हल्की मुस्कान, प्रकाश से उनका चेहरा दमकता है]

Narrator (भावुक होकर)
तभी तो कहा गया है —
"गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागू पाय, बलिहारी गुरु आपकी, गोविंद दियो बताय…"


[End Screen – शांत संगीत के साथ]
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Monday, 12 May 2025

jokes

कार में फैमिली  जैसी फीलिंग
 देते हुए कुछ लोग जा रही थे
 ट्रैफिक पुलिस ने कार को रोका
ट्रैफिक इंस्पेक्टर  बोला  आज 
"सुरक्षा दिवस" है और 
आप सीट बेल्ट पहन कर 
 निहायत ही एक्स्ट्रा सावधानी 
से गाडी चला रहे हैं, "इसलिए 
आपको 5000 रूपये इनाम 
दिया जाता  है" "आप कैसा 
महसूस कर रहे है इस
 गौरवंकित  पल में 
इन रुपयों का आप क्या करेंगे".
ड्राइवर बोला 
"दो जी मैं  सबसे पहले तो मैं 
, इन पैसों से अपना ड्राइविंग
 लाइसेंस बनवाऊंगा"! इतने में 
मम्मी बोली ये तो पागल है, 
"शराब पीकर" कुछ 
भी बकता है" इसकी बातों का 
विश्वास मत करना 
हवलदार साब
. इतने में कार में पिछली 
सीट पर सो रहे पापा जी 
जाग गए और ओर नींद 
में ही  पुलिस को देखकर 
बोले मुझे पहले ही पता था "
कि चोरी की गाड़ी में हम
 ज्यादा दूर नहीं जा पाएंगे"
तभी पीछे से डिक्की खुली 
चार लोग उसमें से निकले 
बोले हमने इतनी जल्दी  
बॉर्डर पास कर भी लिया 
इंस्पेक्टर बेहोश

शादी के महीने बाद ही सास - 
बहू की लड़ाई हो गई..
 बाप बेटा दोनों ये झगड़ा 
देख रहे थे तभी बेटा बोला :-
 पापा आप मां को समझाओ,
 मेरी पत्नी से झगड़ा ना किया करे..!
बाप बोला -देख बेटा तेरी
ये दो महीने  की मुहोबत 
बाप की मुहोबत पर भारी
 पड़ गई ,तुझे कभी 30साल 
में ये बेफजूल का झगड़ा नजर
 नहीं आया तब हरबार 
में ही गलत होता था , 

लड़का बोला  साहब 100 
रूपए दे दो कॉफी पीनी है।
आदमी बोला लेकिन कॉफी 
तो 50 रूपए की आती है।
युवक बोला साहब गर्लफ्रैंड
 को भी पिलानी है।
आदमी वा ह भी वाह भिखारी
 ने भी गर्लफ्रैंड बना  रखी है
लडका बोला नहीं साहब, 
गर्लफ्रैंड ने भिखारी बना दिया  है 


पत्नि  बोली देखिए आपके
 खाते में पैसा आया होगा
पति बोला   पैसे तो आये हैं
 मैं काफी देर से सोच 
रहा था ये आए कहा से है
पत्नि  बोली मैंने तुम्हारी 
कार बेच दी है
पति चिल्ला  कर 
बोला तुम पागल हो 
गयी हो क्या कार
 क्यों बेच दी अब मैं
 ऑफिस कैसे जाऊँगा
पत्नि ऐसी गाड़ी का 
क्या करना जो बार-
बार बंद हो जाती थी
पति गाड़ी मैं चलाता
 हूं मुझे पता है कि गाड़ी
 में कोई दिक्कत नहीं 
थी और गाड़ी लिए 
1 साल भी नहीं हुआ था
पत्नि :- मेरी सहेली कह रही 
थी कि ये  गाड़ी
 उसके पड़ोस में रहने
 वाली भाभी के घर रोज 
शाम को 1-2 घण्टे के 
लिए खड़ी रहती है
पति के चेहरे पर  घोर 
मृत्यु तुल्य सन्नाटा छा गया
पत्नि आगे ध्यान रखियेगा
 अभी को सिर्फ
 गाड़ी ही बिकी है
इज्जत  नहीं 


पति  गुनगुनाते हुए .
मस्ती से पौधों को पानी दे
 रहा था.. तभी उसकी 
पत्नी आई..
बोली "मैंने तुम्हारे मोबाइल
 में कुछ देखा है, पौधों
 को पानी देने के बाद सीधे
  अंदर आओ  नहाने मत घुस 
जाना कुछ बात करनी है.."
आज पूरे दो दिन हो गए हैं, 
पति पानी का 
पाइप छोड़ ही नहीं रहा
रहा है..!!



क्लास रूम में 
टीचर ने छात्रों से मस्त  सवाल पूछा 
बम्बई का नाम मुंबई कैसे हुआ.?
गोलू बोला मुझे 
इसका जवाब पता है 
गोलू-मुंबई में तीन प्रकार 
की भाषा बोलने वाले
 लोग रहते है.. 
अंग्रेजी, गुजराती 
और मराठी..
टीचरः लेकिन इससे
 शहर के नाम पर 
क्या असर होगा.?
गोलू - अंग्रेजी में माता
 को है Mummy बोलते
 है जिसका शार्ट कट
 Mum है, गुजरात में माता 
को Ba (बा) भी कहते है
 और मराठी में माता को 
आई (1) 23 कहते है. 
इन तीनों को मिलाकर
 Mum +Ba+1
-Mumbai. टीचर बेहोश


एक सीधा सादा सब्जी
 वाला मोहल्ले में सब्जी
 बेचता था, बहुत सी 
महिलाएं उससे उधार लेती 
तो वो चुपचाप दे देता और 
अपनी कॉपी में लिख लेता 
था कि किसने कितने का
 उधार लिया। आश्चर्य की
 बात यह थी कि उसने 
कभी किसी भी महिला
 का नाम नहीं पूछा था
 लेकिन फिर भी उधार 
लेने वाली महिला
 पूछती कि कितना पैसा 
देना बाकी है तो वो कॉपी 
बहुत छुपकर देखता और
 बता देता थाःःः
 महिलाओं को बहुत 
आश्चर्य होता था कि वह 
बिल्कुल सही सही कैसे 
बता देता है। एक दिन उसकी
 नजरों से छिपाकर महिलाओं 
ने उसकी कॉपी गायब कर दी
, पढ़ा तो उसमें लिखा था :
बिलइया  20, नकचिपटी 18
नकचिंड़ी 55 चितकबरी : 15,
 मोटकी : 40 संवरकी : 20, 
पतरकी : 10 भैंसिया : 22, 
कुकुर वाली : 50
बन्दरमुंही : 35, बकबकही : 12
दंतुलि : 10, मुंहटेंढि : 15
गोरिली 58  गईयां 85
सोनपरी 46 पिलपिली 23
बहरी।   भयंकी 
कोई उधार नहीं


मुम्मी के प्रकार
असली मम्मी-
एक बात तुम्हे कितनी 
बार बतानी पड़ती है।
धमकाने वाली मम्मी-
आने दो पापा को
तुम्हे सीधा करवाती 💓 
इतिहास पसंद 
करने वाली मम्मी -
जब मैं तुम्हारे उम्र की 
थी तो अपना सा
 खुद करती थी।
भविष्यवाचक मम्मी-
मुझे तो पता 
था ये जरूर टूटेगा।
भ्रमित मम्मी-
मैं इंसान हूँ
 या मशीन ।
कंजूस मम्मी -
रोटी तुम्हारे लिए बनाई 
थी या उर खिलान के लिए ?
शक्की मम्मी-
100 में 100 ...
 जरूर तुमने नकल की होगी
सबकी मम्मी -
इस मोबाईल को
 आग लगा दूँगी।

तुम बहुत सुंदर
 लग रही हो...
 काम भी कितना करती 
हो... पतली हो गयी हो.. 
थक जाती होगी..
 अपना ख्याल रखो..
. तुम्हारे मायकेवाले 
कितने अच्छे है.. इस 
मंत्र का घर में प्रतिदिन 
तीन-चार बार जाप
 करने से परिवार में
 सदा शांति बनी रहती है
.. और इस झूठ का 
पाप भी नहीं लगता.
. सभी शादी-शुदा 
लोगों को समर्पित ।


ट्रेन में आगे वाली 
खिड़की से बार बार 
पानी की छीटें 
आ रहे थे
जिस पर पड़ रहे थे
वो देखने गया तो वहां 
एक दम्पत्ति बैठा हुआ
 था उस व्यक्ति ने 
कहा कि 
"पीछे जो लोग बैठे 
हैं उनपर जूठा पानी 
फेंक रहे है आप लोग 
थोड़ी तो मर्यादा
 और मानवता रखिए...
 वो मुझे बीच में ही
 टोककर  वे लोग बोले 
भाई साहब हम इतने 
भी निर्लज्ज नही है
 कि किसी के मुंह 
पर जूठा पानी
 उड़ाएंगे हम तो 
सिर्फ अपने बच्चे 
को सुसु करवा रहे थे 


एक दिन मास्टर साहब 
पैसे निकालने एटीएम गए.
. एटीएम खराब था..
 चेक बुक मास्टर  जी के
 पास थी तो बैंक चले गए.
. 1000 का चेक भरकर 
कैशियर को दिया कैशियर 
बोला - सर 5000 से कम 
पर चार्ज लगेगा... तो 
मास्टर जी ने दूसरा 
चेक 6000 का भरा..
अब  कैशियर ने 6000 
रूपए मास्टर जी
को दे दिए.. अब 
मास्टर जी ने 
1000 जेब में रखे 
और 5000
 की जमा की 
भरी हुई पर्ची
कैशियर 
को थमा दी.. 
अब कैशियर
काट खाने वाली 
नजरों से घूर रहा था..
मास्टरजी बोले : 
यह जो नियम बनाने
वाले है उस
 हम ही पढाये है


एक गाँव में
 तेंदुआ अक्सर
 आने लगा.
भाई साब 
उसने वो काम कर 
दिखाया जो सरकार
 पिछले 40 साल में 
नहीं कर सकी..!
अब गाँव में सब 
लोग शौचालय का
 प्रयोग कर रहे है.

ज्यादातर महिलाऐ
 तीन बार में शॉपिंग
 करती हैं.
पहली बार पसंद
  वे करने जाती हैं
 दूसरी बार  वे खरीदने 
जाती हैं और तीसरी
 बार  वे बदलने जाती हैं..
अगर उन्हें अवसर दिया
जाए तो वे चौथी बार भी 
बदलने जा सकती है




























Sunday, 11 May 2025

सोते हुए भी खुली रहती है









टीचर बच्चों बताओ 
गलती होने पर माफ़ी
 मांगने वाले को क्या कहते हैं ?
छात्र समझदार |
टीचर और  गलती न
 होने पर माफ़ी 
मांगने वाले को 
क्या कहते हैं।
छात्रः बॉयफ्रेंड 
टीचर 
Or बच्चों jo बार बार 
गलती न होने पर भी
गलतियां मानता रहे 
सभी बच्चे एक साथ बोले 
मेरे पापा, पापा पापा पापा


"हर सफल आदमी के
 पीछे एक औरत 
होती है 
ऐसा कहा जाता है 
और अगर एक से ज्यादा
 औरते हो  तो उस सफल 
आदमी की जुझारू 
 सफलता की  कहानी '
या तो क्राइम पेट्रोल 
पर या फिर 
सावधान इंडिया'  पर
पूरे दिल से दिखाई 
जाती हैं !


गर्लफ्रेंड बोली आज 
से  हम अपना रिश्ता 
खत्म करते है 
ओर जो जो  गिफ्ट  है वो
अब हम एक-दूसरे 
को सारे वापस करते हैं।
जाबर मल बोला 
ठीक है फिर  रिचार्ज 
 से शुरू करते हैं।
गर्लफ्रेंड सकते में आ गई 
 जानू, अब हम अपने 
नोनू से 
 मजाक भी नहीं 
कर सकती क्या?


कल तक  जो टीचर 
बोलता था - कि
 दारू पीना बुरी बात है. ...
आज  जब हम फौज में भर्ती हो 
गए है तो 
वही टीचर बोलता 
है कि कैंटीन से 
 हर महीने
दो बोतल निकलवा
 कर दिया करो 
यही असली गुरु 
दक्षिणा होगी तुम्हारी 

CHINA वालो कि
 जितनी आँख खुलती है
उतनी आँख तो 
हम इंडियंस
की सोते समय 
भी खुली रहती है


पिता  बोला बेटा
 शराब मत पिया करो
 पप्पू बोला क्यों  
क्या शराब पीना 
बुरी बात है 
बाप बोला बेटा घर की 
हालत ठीक नहीं  है।
 दोनों पीएंगे तो 
बहुत बुरे तरीके से 
वाट लग जाएगी।

बिवी से झगड़ा 
खत्म हुआ क्या
हा.. घुटनो के बल चल
 के आयी थी मेरे पास..!
अरे जे बात , कईसन 
किए बे जे कमाल 

अरे हम कुछ नहीं किए 
सब ऊपर वाले कृपा va

मार्गदर्शन से हुआ है
अच्छा क्या बोली.
अरे वो बोली के 
 पलंग के नीचे 
से निकल आओ.. 
अब नहीं मारूँगी..!

एक   डॉक्टर  इंग्लेंड से 
भारत आया।

बस स्टैंड पर एक 
किताब देखते ही 
उसे दिल का 
दौरा पड़ गया।
20 रुपए की इस
 किताब का नाम था
 30 दिन में डॉक्टर 
कैसे बनें!"












Friday, 9 May 2025

आत्मज्ञान का: सफलता के लिए आत्मविश्वास, इच्छाशक्ति और आंतरिक शक्ति की प्रेरणादायक कहानी

 आत्मज्ञान का: सफलता के लिए आत्मविश्वास, इच्छाशक्ति और आंतरिक शक्ति की प्रेरणादायक कहानी

यह शिक्षाप्रद हिंदी कहानी चार विद्वानों के दृष्टिकोण से यह समझाती है कि आत्मज्ञान, आत्मविश्वास, कठोर परिश्रम और इच्छाशक्ति कैसे जीवन में महान सफलता की ओर ले जाते हैं।


मर्म आत्मज्ञान का – सफलता की कुंजी

हर व्यक्ति अपने जीवन में सफलता की तलाश करता है, लेकिन सच्ची सफलता केवल बाहरी संसाधनों या भाग्य से नहीं मिलती। यह कहानी "मर्म आत्मज्ञान का" हमें बताती है कि भीतर की शक्ति को पहचानना, आत्मज्ञान प्राप्त करना और अपने ऊपर विश्वास रखना ही असली सफलता का रास्ता है। आइए जानते हैं चार विद्वानों के विचारों के माध्यम से सफलता के मूल स्तंभों को।


चार विद्वानों की दृष्टि – सफलता की परिभाषा

पहला विद्वान – कार्य के प्रति समर्पण
"जो भी कार्य करो, उसे पूरे मन और लगन से करो। जब इंसान अपने कार्य में पूरी तरह डूब जाता है, तो सफलता उसे अवश्य मिलती है।"
पहला विद्वान कार्य के प्रति समर्पण को सबसे बड़ा गुण मानता है। वह कहता है कि यदि कोई व्यक्ति अपने काम को पूरे दिल से करे, तो उसे रोकने की ताकत किसी में नहीं होती।

दूसरा विद्वान – आत्मविश्वास की शक्ति
"खुद पर अटूट विश्वास रखने वाला व्यक्ति कोई भी कार्य कर सकता है। आत्मविश्वास से बड़ी कोई शक्ति नहीं।"
दूसरा विद्वान आत्मविश्वास को सफलता की सबसे सशक्त चाबी मानता है। जो व्यक्ति खुद पर विश्वास करता है, वह किसी भी कठिनाई से पार पा सकता है।

तीसरा विद्वान – इच्छाशक्ति और परिश्रम
"तीव्र इच्छाशक्ति और कठोर परिश्रम ही सफलता का दूसरा नाम है। इसका कोई विकल्प नहीं।"
तीसरे विद्वान के अनुसार मेहनत और इच्छाशक्ति का मेल ही किसी भी बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने की राह बनाता है।

चौथा विद्वान – आत्मज्ञान का मर्म
"हर व्यक्ति के भीतर शक्ति का भंडार छिपा होता है, बस जरूरत है उसे पहचानने की।"
चौथा विद्वान आत्मज्ञान को सबसे बड़ा रहस्य मानता है। जब कोई व्यक्ति खुद को जान लेता है, अपनी शक्ति और महत्व को समझ जाता है, तो उसे प्रेरणा देने की ज़रूरत नहीं होती। वह अपने आप ही सफलता की राह पर चल पड़ता है।


आत्मज्ञान – सफलता की सबसे गहरी जड़

जब इंसान अपने भीतर झाँकता है, तो उसे पता चलता है कि वह कितना सक्षम है। आत्मज्ञान वह रोशनी है जो व्यक्ति को अंधकार से बाहर निकालती है। यही आत्मज्ञान, आत्मविश्वास, परिश्रम और इच्छाशक्ति को जन्म देता है।


कहानी से सीख – आत्मज्ञान क्यों ज़रूरी है?

  • आत्मज्ञान से आत्मविश्वास आता है

  • कार्य में मन लगाना आसान होता है

  • मनोबल मजबूत होता है

  • सफलता अपने आप पास आती है


निष्कर्ष – खुद को जानो, दुनिया को जीतो

इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि असली परिवर्तन बाहर नहीं, भीतर से शुरू होता है। जब हम अपनी क्षमताओं को पहचान लेते हैं, तो कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं लगता। सफलता का मार्ग आत्मज्ञान से होकर ही जाता है।


अगर आपको यह प्रेरणादायक हिंदी कहानी पसंद आई, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ ज़रूर साझा करें। क्या आप भी आत्मज्ञान को सफलता की कुंजी मानते हैं? नीचे कमेंट करके अपने विचार बताइए!



आत्मज्ञान, सफलता, प्रेरणा, आत्मविश्वास, कठोर परिश्रम, इच्छाशक्ति, प्रेरणादायक कहानी, जीवन बदलने वाली कहानी



Thursday, 8 May 2025

pizza

एक दिन गणित के एक समझदार और शांत स्वभाव वाले शिक्षक अपने छात्रों के साथ एक रेस्टोरेंट में पिज्जा खाने गए। मेनू देखकर उन्होंने दो 9 इंच व्यास वाले पिज्जा का ऑर्डर दिया, ताकि सभी बच्चों को भरपेट स्वादिष्ट पिज्जा मिल सके। कुछ देर बाद वेटर (थोड़ा आत्मविश्वास के साथ) चार गोल पिज्जा लेकर आया, जो पांच-पांच इंच व्यास के थे। उसने मुस्कुराते हुए कहा, “सर, 9 इंच का पिज्जा तो खत्म हो गया है, इसलिए हम आपको 5 इंच के चार पिज्जा दे रहे हैं। आपको तो 2 इंच एक्स्ट्रा पिज्जा मुफ्त में मिल रहा है!”

गुरुजी मुस्कुराए, लेकिन मुस्कान में गणित की गंभीरता छिपी हुई थी। उन्होंने बड़े ही सौम्य स्वर में वेटर से कहा, “बेटा, रेस्टोरेंट के मालिक को बुला दो, उनसे थोड़ी पढ़ाई की बात करनी है।” कुछ ही पलों में मालिक हाजिर हो गया, आत्मविश्वास से भरा हुआ, मानो उसने कोई बड़ी सेवा कर दी हो।

गुरुजी ने विनम्रता से पूछा, “बेटा, आप कितने पढ़े-लिखे हैं?”
मालिक ने गर्व से कहा, “सर, मैं B.Sc. ग्रेजुएट हूँ।”
गुरुजी ने मुस्कुरा कर अगला सवाल दागा, “गणित कहां तक पढ़ा है?”
“सर, ग्रेजुएशन तक।”
“बहुत बढ़िया,” गुरुजी बोले, “तो बताइए, वृत्त का क्षेत्रफल कैसे निकालते हैं?”
“सर, πr²,” मालिक ने तुरंत जवाब दिया।

अब गुरुजी का चेहरा गंभीर हो गया। बोले, “मैंने आपसे दो 9 इंच डायमीटर के पिज्जा मंगवाए थे। यानी हर पिज्जा का रेडियस 4.5 इंच। उसका क्षेत्रफल होगा π × 4.5² यानी करीब 63.62 स्क्वायर इंच। दो पिज्जा का टोटल हुआ करीब 127.24 स्क्वायर इंच। आप सहमत हैं?”
मालिक बोला, “बिलकुल सर।”

गुरुजी ने आगे कहा, “अब आपने जो चार 5 इंच के पिज्जा दिए हैं, उनका रेडियस 2.5 इंच हुआ। एक का एरिया 19.64 स्क्वायर इंच। चार का टोटल एरिया हुआ 78.56 स्क्वायर इंच। यानी आपने न सिर्फ मेरी मात्रा घटाई, बल्कि यह कहकर उल्लू भी बनाया कि मुझे 2 इंच का पिज्जा मुफ्त में दिया जा रहा है!”

मालिक अब थोड़ा पसीने-पसीने हो गया। गुरुजी रुके नहीं, बोले, “अगर आप मुझे एक और 5 इंच का पिज्जा दे भी दें, तब भी टोटल एरिया 98.2 स्क्वायर इंच ही होगा, जो मेरे ऑर्डर के एरिया से कहीं कम है। अब बताइए, कहां है वो ‘फ्री’ वाला पिज्जा?”

रेस्टोरेंट का मालिक निशब्द खड़ा था। चेहरे पर अब वो आत्मविश्वास नहीं, बल्कि पश्चाताप झलक रहा था। आखिरकार, उसने चुपचाप वही चार पिज्जा एक साथ गुरुजी को सौंप दिए और दिल में ये सीख ले ली — "गणित के शिक्षक को कभी भी बेवकूफ समझने की भूल मत करना।"

और बच्चों ने उस दिन सिर्फ पिज्जा ही नहीं, ज़िंदगी का एक बड़ा पाठ भी सीखा — "हर चीज़ का हिसाब सिर्फ स्वाद से नहीं, अक्ल से भी लगाना चाहिए!"

शिक्षकों को कभी भी अंडरएस्टिमेट न करें। धन्यवाद!

Thursday, 1 May 2025

नहीं रहा अंबानी परिवार का चहेता


पेड़ पर उल्लू

एक पेड़ पर  सिर्फ ऊल्लू
 बैठते थे एक दिन  लकड़हारे
 ने पेड़ काट दिया
  और लकड़ी की मंडी 
में बेच दिया 
पेड़ बहुत खुश हुआ.
सोचा, जान दे कर ही सही
, उल्लुओं से पीछा तो छूटा।
मगर पेड़ की खुशी 
बहुत ज्यादा नहीं टिकी 
खुशी उस वक्त 
 ख़ाक में मिल गई जब...
उसकी लकड़ी से.
संसद भवन की कुर्सियाँ 
बना दी गयीं..l
तारीख़ गवाह है आज भी...
 उन कुर्सियों पर 'ऊल्लू' ही बैठते हैं.

लडका लडकी बस स्टोप
 पर  काफी देर से खडे थे
लडका  लड़की से बोला 
अच्छी लिपस्टिक हैं।
लडकी बोली  थैंक्स ।
लडका nice dress 
लडकी बोली thnx again
लडका बोला
 नेकलेस is dam good
लडकी थैंक्स भैया 
लडका पर  कमाल  की बात है
सुंदर फिर भी नहीं लग 
रही हो 


प्लम्बर ने एक इंजीनियर के
 यहां  नल ठीक किया
लेबर चार्ज 800 रूपये.
इंजीनियर बोला 
 1 घंटे कि इतनी
फीस तो मेरी भी नहीं है.
प्लम्बर बोला सर जब में  भी 
इंजीनियर था तो मेरी भी नहीं थी l




जितने जोश va ताव से 
न्यूज वाले बोलते है 
ऐसा लगता है
भारत सरकार देखती
 रह जायेगी और
किसी दिन  News
 वाले पाकिस्तान  या चीन 
किसी एक पर 
पर हमला कर देंगें

कक्षा में सबसे पीछे बैठे 
मोनू  ने पूछा
सर, अगर राष्ट्रिय गान 
चल रहा हो और..
तभी राष्ट्रिय पशु
 अचानक  आ जाये।
 तो खड़े रहना है 
या भागना है.
सर ने कोई जवाब नहीं दिया
सीधा इस्तीफा दे दिया 


शेर है  वीरता का प्रतीक 
गाय  है  आस्था का प्रतीक 
कबूतर है  शांति का प्रतीक
मुर्गा  किस बात  प्रतीक है
मोनू सर पार्टी का 
सर ने मोनू को क्लास 
में ही थप्पड़ों 
की पार्टी दी

पति यार आजकल तुम 
मुझे ना सिगरेट  पीने से 
ना शराब पीने से 
रोकती हो, ये चक्कर 
क्या है ,क्या 
 तुम्हे अब मुझसे कोई 
शिकायत नहीं  है
पत्नी अरे ऐसा कुछ नहीं है 
LIC वाला परसों  इन 
 सब  के फायदे 
बता कर गया है

मजेदार चुटकुले




एक पेड़ पर  सिर्फ ऊल्लू
 बैठते थे एक दिन  लकड़हारे
 ने पेड़ काट दिया
  और लकड़ी की मंडी 
में बेच दिया 
पेड़ बहुत खुश हुआ.
सोचा, जान दे कर ही सही
, उल्लुओं से पीछा तो छूटा।
मगर पेड़ की खुशी 
बहुत ज्यादा नहीं टिकी 
खुशी उस वक्त 
 ख़ाक में मिल गई जब...
उसकी लकड़ी से.
संसद भवन की कुर्सियाँ 
बना दी गयीं..l
तारीख़ गवाह है आज भी...
 उन कुर्सियों पर 'ऊल्लू' ही बैठते हैं.

लडका लडकी बस स्टोप
 पर  काफी देर से खडे थे
लडका  लड़की से बोला 
अच्छी लिपस्टिक हैं।
लडकी बोली  थैंक्स ।
लडका nice dress 
लडकी बोली thnx again
लडका बोला
 नेकलेस is dam good
लडकी थैंक्स भैया 
लडका पर  कमाल  की बात है
सुंदर फिर भी नहीं लग 
रही हो 


प्लम्बर ने एक इंजीनियर के
 यहां  नल ठीक किया
लेबर चार्ज 800 रूपये.
इंजीनियर बोला 
 1 घंटे कि इतनी
फीस तो मेरी भी नहीं है.
प्लम्बर बोला सर जब में  भी 
इंजीनियर था तो मेरी भी नहीं थी l




जितने जोश va ताव से 
न्यूज वाले बोलते है 
ऐसा लगता है
भारत सरकार देखती
 रह जायेगी और
किसी दिन  News
 वाले पाकिस्तान  या चीन 
किसी एक पर 
पर हमला कर देंगें

कक्षा में सबसे पीछे बैठे 
मोनू  ने पूछा
सर, अगर राष्ट्रिय गान 
चल रहा हो और..
तभी राष्ट्रिय पशु
 अचानक  आ जाये।
 तो खड़े रहना है 
या भागना है.
सर ने कोई जवाब नहीं दिया
सीधा इस्तीफा दे दिया 


शेर है  वीरता का प्रतीक 
गाय  है  आस्था का प्रतीक 
कबूतर है  शांति का प्रतीक
मुर्गा  किस बात  प्रतीक है
मोनू सर पार्टी का 
सर ने मोनू को क्लास 
में ही थप्पड़ों 
की पार्टी दी

पति यार आजकल तुम 
मुझे ना सिगरेट  पीने से 
ना शराब पीने से 
रोकती हो, ये चक्कर 
क्या है ,क्या 
 तुम्हे अब मुझसे कोई 
शिकायत नहीं  है
पत्नी अरे ऐसा कुछ नहीं है 
LIC वाला परसों  इन 
 सब  के फायदे 
बता कर गया है

मजेदार चुटकुले