अमेरिका के न्यूयार्क में 2
भिखारी एक ॐ का चिन्ह
और दूसरा जीसस का
क्रॉस लेकर बैठे हुए थे
सब लोग ॐ वाले भिखारी
को गुस्से से कुछ न कुछ
बोल कर ,लाल आंखों से
देखकर क्रॉस पकड़े हुए
भिखारी को डॉलर देकर
आगे निकल जाते थे
कुछ घंटों बाद वहां से एक
रहम दिन इंडियन,
converted फादर
निकला ,उसने जब
देखा कि ॐ वाले को
लोग इंग्लिश में गालियां
दे रहे है और पैसे भी
नहीं दे रहे है तो उसे
ॐ वाले पर बहुत दया
आई ,उसने ॐ वाले
भिखारी से कहा अरे
भाई... ये क्रिस्चन देश
है यहां कोई तुम हिन्दू
को भीख नहीं देगा!
लोग तो तुम्हे किलसाने
कल्पनाने वा जलाने के
लिए क्रॉस वाले भिखारी
को जरूर देंगे ,
ॐ वाले भिखारी ने क्रॉस
वाले भिखारी को देखा
और हंसते हुए गुजराती
में बोला- जिग्नेश भाई
क्रॉस वाला बोला ..
. बोलो मनसुख भाई ॐ
वाला बोला .
अब ये हमें धंधा
सिखाएगा भाई
एक औरत हाथ में हथौड़ा
लिये, अपने बेटे के स्कूल
में पहुंची और चपरासी
से पूछने लगी ?
"बर्मा सर" की
क्लास कौन सी है?"
"क्यों पूछ रही हैं?"
हथौड़े को देखकर,
चपरासी ने डरते हुए पूछां
वर्मा जी ने ऐसा क्या
के दिया बहनजी
"अरे वो मेरे बेटे के
क्लास टीचर हैं।"
हथौड़ा हिलाते हुए,
वो औरत बेताबी
से बोली।
चपरासी ने दौड़ कर
वर्मा सर को खबर
दी, कि एक औरत
हाथ में हथौड़ा
लिये आपको ढूंढ रही है।
बर्मा सर के पसीने
छूट गये। वो दौड़कर
प्रिसिंपल की पनाह
में पहुंचे।
प्रिंसिपल तत्काल
उस औरत के पास
पहुंचा, और विनय
पूर्वक बोला, "
कृपया करके
आप शांत हो जाइये।"
मुझे बताईए हुआ क्या है
ऐसे खून खराबा
करना ठीक बात नहीं है
औरत बोली
में शांत ही हूं।'
प्रिंसिपलः आप मुझे
बताईये, कि बात क्या है?
औरतः बात कुछ
भी नहीं हैं। मुझे
बस वर्मा सर की
क्लास में जाना है
प्रिंसिपलः लेकिन क्यों?
औरतः क्यों, क्योंकि
मुझे वहाँ उस् बेंच की
कील ठोक्नी है, जिस
पर मेरा बेटा बैठता है।
क्योंकि वो स्कूल से
तीन दिन में तीसरी
पेट, फाड़ कर आया
है।! ये है मां की असीम
ममता में छुपा गहन प्यार