Conscience Above Convenience
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1,,, मेरे शहर दे गूंगे बोलण लग पाए ,,,,तुम को हँसता देख कर तो सरे शहर के गूंगे भी
2,,,नी तू मुर्दे जिन्दा कर देंदी ,,,तू मेरे शहर की सबसे सुंदर सुंगंध है
3,,, आशिक मिल जांदे, उना दी तकदीर नही मिलदी
4,,,बस एक बार देखा था उनको अब मेरा हाल देखने दुनिया आती है।
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