Sunday 25 June 2023

मेरे शहर दे गूंगे बोलण लग पाए ,,,,तुम को हँसता देख कर तो सरे शहर के गूंगे भी

 

अने अखा खोलण लग पये 







अने अखा खोलण लग पये 

थाँ थां तेनु  तोलण लग पाए 

नी  वेख  के तनु हसदी नु 

मेरे शहर  दे गूंगे बोलण लग पाए 


अंधे भी आंखे खोलने लग गए है 

 कुछ  ऐसा नूर है तेज है तुममे 

हर जगह सिर्फ तुम्हारी ही बाते हो रही है 

तुम को हँसता देख कर  तो सरे शहर के गूंगे भी बोलने लग पड़े है 

blinds have opened their eyes 

every one is talking about your beauty

seeing you smiling and laughing

all of city dumb have started speaking 

No comments:

Post a Comment