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कब हम होंगे समझदार
when when when..............
सिर्फ तीस एक साल पहले तक भी लोग, आम आदमी कच्चा कोयला पीस कर उसमे नमक मिला कर दाँत साफ़ किया करते थे ,और आंकड़े व जो अभी भी हमारे बुजुर्ग हमारे पास है बताते है की दाँतो की समस्याए उस समय इतनी नही हुआ करती थी जितनी की आज है। वो भी तब जब आज विज्ञान व चकित्सा क्षेत्र बहुत विकास कर चुके है। वास्तव में हुआ क्या हमारे साथ लगातार हमारे अपने ही विश्वासगात करते रहे हमारे साथ और हमारे को गलत व विध्वंसक वस्तुओ को सही पेश कर बेचते रहे और हमे पता ही नही चला कब हम व हमारे परिवार उन वस्तुओ के गुलाम बन गए और हैरानी की बात यह है की आज तक हमे व हमारे बच्चो को और अधिक विध्वंसक वस्तुए बाजार व मीडिया की मार्फत बेचीं जा रही है । इनको (सयानो ) एकदम चालीस साल बाद समझ आता है की "" क्या आप के टूथपेस्ट में नमक है "" अरे भाई हमे तो सदियों से पता था सिर्फ तुमने ही हमे व हमरी नस्ल को गुमराह क र रखा था ,,फिर एकदम से इन्हे समझ आता हे अरे भाई क्या तुम्हारी टूथपेस्ट में एक्टिवेटिड कार्बन हे भाई ये एक्टिवेटिड कार्बन क्या हे, अरे ये तो वही कच्चा कोयला जो हमे आज भी फ्री में मिल जाता हे। क्या आपके फेसवॉश में एक्टिवेटिड कार्बन है क्यो भाई क्या करेगा ये एक्टिवेटिड कार्बन ये एक्टिवेटिड कार्बन आपके चेहरे की सारी गंदगी को खीच कर बाहर निकल देगा ,,कितने का हे ये सौ रुपये से लेकर हजारो रुपये तक का हे ये,,,, अब किनके लिए ये खोज की हे भाई तुमने तो सुनो ये खोज हे अमीरो के लिए जिनको धूल वैसे छू ही नही पाती हैं या फिर उन नकली रईसजादों के लिए जो इन्तजार कर रहे होते है कब मीडिया कोई ऐसी वास्तु का विज्ञापन आये जो घर में तो फ्री मई मिल जाती है पर बाजार में हजारो रुपयो में मिलती है ताकि वह अपने माँ बाप की मेहनत की गाढ़ी कमाई को उड़ा कर अपने ही जैसे फुकरे दोस्तों में शेखी मार सके की आज मेने इस २००० रुपये वाले गंध से मुह धोया हे देख मेरे चेहरे की चमक देख और तू देखियो कुछ दिन बाद इसी २००० रुपये वाले क्रीम के केमिकल की वजह से जब मेरे मुह की ऐसी तेसी होगी और में वक्त से पहले बूढ़ा दिखने लगूँगा तो में इन्ही कम्पनियो के और क्रीम और महंगे खरीदुंगा और फिर आर्टिफीसियल जवान दिखने लगूँगा और में इस दुष्चक्र को तब तक नही छोड़ूगा जब तक प्रभु राम मुझे अपने धाम नही बुला लेते और जाने से पहले में एक गंदी मछली की भांति अपना फर्ज समझते हुए कइयों का दिमाग ख़राब करके जाउगा ,,,क्योकि भाई में अपना गुस्सा उन पर तो निकाल नही सकता जो इन वस्तुओ की बिक्री में सीधे या परोक्ष रूप से शामिल है अब फिर बात करते हे उन कम्पनियो की जो चेहरे या दांतो की गंदगी साफ़ करने की बात करते हे वो भी उन चीजो से जो हमे सदियों से पता हे। इन कम्पनियो के दिमाग की गंदगी (क्यो हमें डराना और बेवाकूफ बनाना नही छोड़ते तुम ) कौन दूर करेगा।
जैसे हमारे समझदारो को 30 साल बाद समझ आई की पोलीथीन समस्त प्राणी जगत के लिए घातक हैं
उसी प्रकार जब तक इनको समझ आएगा की मैदा ,मैग्गी ,मोमोस, कुरकुरे हमारी पीढ़ी को शारीरिक व
मानसिक रूप से बहुत अधिक बीमार बना रहे है तब तक बहुत देर हो चुकी होगी। .... विचार अवश्य करे इस व इस जैसी और समस्याओ को जड़ से उखाड़ने के प्रभावी तरीको पर व उन तरीको को समाज तक कैसे
पहुंचाया जाया ,क्यो पाबंदी नही लगा दी जाती ऐसी चीजो पर ,,,,,,,, आप नीम का पेड़ से तोड़ कर दातुन करना शुरू करो ,में दावे के साथ कहता हू। ....
1 . आप की दांतो व मसूड़ों की समस्या पहले दिन से सही होनी शुरू हो जाएगी।
2 . आप के पेट की समस्याए ठीक होनी शुरू हो जाएगी। to be continued
4 . आप को डेंगू जैसे बुखार छुएंगे भी नही। क्योकि to be continued
5 . आप के ग्रह दोष (राहु ,केतु ,व बुध से जुड़े ) ठीक होने शुरू हो जायेगे to be continued
हींग लगे ना फिटकरी रंग चोखा ही चोखा
To be continued .......................................
need your appreciation
भगवान
कब हम होंगे समझदार
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जैसे हमारे समझदारो को 30 साल बाद समझ आई की पोलीथीन समस्त प्राणी जगत के लिए घातक हैं
उसी प्रकार जब तक इनको समझ आएगा की मैदा ,मैग्गी ,मोमोस, कुरकुरे हमारी पीढ़ी को शारीरिक व
मानसिक रूप से बहुत अधिक बीमार बना रहे है तब तक बहुत देर हो चुकी होगी। .... विचार अवश्य करे इस व इस जैसी और समस्याओ को जड़ से उखाड़ने के प्रभावी तरीको पर व उन तरीको को समाज तक कैसे
पहुंचाया जाया ,क्यो पाबंदी नही लगा दी जाती ऐसी चीजो पर ,,,,,,,, आप नीम का पेड़ से तोड़ कर दातुन करना शुरू करो ,में दावे के साथ कहता हू। ....
1 . आप की दांतो व मसूड़ों की समस्या पहले दिन से सही होनी शुरू हो जाएगी।
2 . आप के पेट की समस्याए ठीक होनी शुरू हो जाएगी। to be continued
4 . आप को डेंगू जैसे बुखार छुएंगे भी नही। क्योकि to be continued
5 . आप के ग्रह दोष (राहु ,केतु ,व बुध से जुड़े ) ठीक होने शुरू हो जायेगे to be continued
हींग लगे ना फिटकरी रंग चोखा ही चोखा
To be continued .......................................
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भगवान