Sunday 7 February 2021

वैवाहिक जीवन मे तनाव

वैवाहिक जीवन मे तनांव
नमस्कार आपका आप हमारे कल्यान एस्ट्रोलॉजी के यूट्यूब चैनल पर एक बार फिर से स्वागत है आज हम जिस विषय पर बात करने जा रहे हैं वह बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है, हमारा आज का विषय में वैवाहिक जीवन में उत्पन्न हो चुके तनाव,,अनबन ,बिना बात के हर बात पर बहस, एक दूसरे को ताने मारने , नीचा दिखाने की कोशिश करना , इन के क्या कारण हो सकते हैं ।

ऐसे कौन से उपाय होंगे जिन्हें करके हमें वैवाहिक जीवन को उत्पन्न खालीपन, बहसबाजी व तनाव को काफी हद तक समाप्त कर सकते हैं । 
शादीशुदा जीवन में तनाव के कई कारण हो सकते हैं  ऐसा भी नहीं हैइस दुनियां में  कि केवल  औरत अपने आदमी से दुखी है या केवल आदमी अपनी औरत से दुखी  है  ,
 बहुत सारे मामलों में ऐसा भी देखा गया जीवन में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं है फिर भी शादीशुदा जीवन में अति का तनाव है । हम जातक व जातिका  की कुंडलियों का विश्लेषण करके पता कर सकते हैं कि



तनाव की वजह क्यों बन रही है।
 क्योंकि अगर जीवन में  वो सब कुछ  जो इंसान को चाहिए , चाहे आदमी को  चाहे औरत को  अगर वो सब कुछ उसके परिवार में मौजूद है, किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं है ,
 परंतु फिर भी शादीशुदा जीवन में तनाव कम होने का नाम ही नहीं ले रहा  हैं ।
वैसे तो कुंडली का कोई भी भाव इसके  के लिए जिम्मेदार हो सकता है ।
पर मुख्यता  कुंडली के 4th ,5th, व 7th,  भाग   को देखा जाता है,इन भावो का सही से विश्लेषण कर के हम इस बात का पता  है  की
वैवाहिक जीवन में तनाव  या  सुख कितना होगा ।
तनाव की प्रत्यक्ष  वजहें  कुछ भी हो सकती है जैसे की , 
 आदमी  या औरत में से किसी की उग्र  वाणी के कारण   तनाव हो सकता है ,कोई एक बहुत महत्वकांशी है  इसलिए भी तनांव  सकता है ।
 🇯🇵
 किसी का अपने भाई-बहनों, मां  बाप में जरूरत से ज्यादा धयान की  वजह से तनाव हो सकता है 
किसी को हर बात में गलती निकालनी ही निकालनी है इसलिए भी तनाव हो  सकता है ।
 कोई हर समय तुलना करता रहता है ,,
,कोई हर समय हर बात में कमी निकालता रहता है इसलिए तनाव हो सकता है ।
प्रत्यक्ष वजहों के अप्रत्यक्ष कारण  हम कुंडली का सही से विश्लेषण कर के पता कर 
सकते है  
लेकिन अगर हम कुछ बातो का ध्यान रखे व कुछ  उपाए करे जो में आप को बताने जा रहा हु ,तो भी हम . 

 शर्तिया  वैवाहिक जीवन के तनाव को कम कर सकते है ।

मुख्य रूप से गुरु शुक्र व बुध  अगर पीड़ित हो या शुभ भावो में न हो  तो वैवाहिक जीवन में तनाव बहुत बढ़ जाता है ,गुरु व शुक्र जीवन में आनंद व सुख प्रदान करते है, कई प्रकार के संकटो  को ये टाल  देते है ,
कुंडली में ,,जातक के लिए शुक्र व महिला के लिए गुरु का शुभ होना अच्छा होना बहुत जरुरी है ,यदि इन दोनों में से एक भी शुभ न हो या पीड़ित हो तो जीवन में मुख्यता शादीशुदा जीवन के सुखो में कमी आ जाती है।  
कभी कभी कुंडली के पीड़ित चंद्र की वजह से भी कुछ ऐसी छोटी गलतिया हो जाती है जो  शादीशुदा जीवन को हमशा के लिए परेशानियों में डाल  देते है।  

कोई ब्भी उपाए सोमवार या गुरूवार या शुक्रवार को शुरू करे ,कोई भी उपपाये  सात ,सताइस ,या 43 दिन तक लगातार या 7 ,  27 ,या 43  बार नियत दिनवार को करे ,

1, सोने वाले कमरे में देवी देवता की फोटो ना लगाएं
2. हलकी वा  अच्छी परफ्यूम का इस्तेमाल करें, खुद पर भी वह सोने वाले कमरे में भी ।3 शुक्रवार को मां संतोषी को  किसी भी सफेद मिठाई का भोग लगाएं 
4 बहुत सारी गायों को हरा चारा खिलाएं
5 शुक्रवार को बुधवार को खट्टी चीजों का सेवन नहीं करें ।
6 फिटकरी से बुधवार को दांत साफ करें । 7 सोने वाले पलंग के पाया में गुलाबी धागा सूती बांधे।
 8 आजकल हीरे वाली अंगूठियां पहनना एक फैशन बन गया परंतु छोटे-छोटे टुकड़ों में बंटे हुए हीरो की अंगूठी  पहनने से शुक्र से संबंधित लाभ प्राप्त नहीं होता यह अलग बात है कि शौक पूरा करने के लिए आप हीरे की 1 या 2 रिंग्स खरीद ले 
परंतु शुक्र को अच्छा करने के लिए  कम से कम 1 कैरट का हीरा पहने ,अगर नहीं पहन सकते तो पहले सफेद पुखराज या ओपल  धारण कर रहे परंतु 
 किसी अच्छे ज्योतिषी से  करने के बाद ही पहने अच्छे अन्यथा कभी कभी ये रतन  भी  फायदे की जगह नुकसान करा देते हैं।


9 गुरु ग्रह के लिए
के लिए पुखराज पहने, गले में पीला धागा पहने, हाथ में तीन धातु का छल्ला रिंग फिंगर में पहने,
 गुरुवार पर एक से अधिक पीपल पर जल चढ़ाएं ,मंदिर में पीली वस्तुएं जैसे कि ,पीली दाल पीला कपड़ा समय-समय पर पहुंचाते रहे ।
10 मन कर्म वचन पर पूर्ण नियंत्रण रखे अन्यथा कोई भी उपाय नाम मात्र का अच्छा फल दिखाकर लुप्त हो जाएगा।
 11 मंदिर में हर सोमवार को मीठे बताशे लेकर जाए ।
 12 सफेद पीले गुलाबी वस्त्र अधिकतर पहने ।
 13 शयन कक्ष में जो भी रंग करवाए हल्का करवाएं ,बेड पर हल्के रंग की चादर बिछाए, गाढ़े रंगों से हर तरह से परहेज करें ।
14  पत्नी को पति  के बायीं तरफ सोना चाहिए। 
15 सर पूर्व य दक्षिण दिशा में कर  के सोये। 
16  सोमवार को मंदिर में बताशे व चावल समय समय पर पहुंचते रहे। 
 17  किसी अच्छे ज्योतिषी कुंडली का विश्लेषण करवाये क्योकि कुंडली विश्लेषण से उपाय सटीक  व कम हो जायेगे 
धन्यकाद