यह एक 40 साल पुरानी किताब का , एक प्रामाणिक पुस्तक का पेज है,
जो यह बताता है कि की 85 नीचे का
व 150 तक ऊपर का bp नॉर्मल है, एक healthy व्यक्ति में, ओर अगर उम्र 40 या 50 से ऊपर है तो 10 ओर जोड़ लो दोनों में,
लेकिन
हमे क्या पता है कि 120, 80 से ऊपर होते ही आप का bp बढ़ गया दवाईया लो,
नही तो कुछ भी हो सकता है, ,
जब एक पीढ़ी दवाईया खाती हुई अगली पीढ़ी को इस दुनिया मे लाएगी,
तो उनमें इतने जेनेटिक बदलाव हो चुके होंगे, की उन्हें ये नकली मापदंड ही सही लगेंगे,।
टेम्पररी बदलाव bp, suger, व oxygen लेवल, में परिस्थितिवंश, हलातवश, मोसमवश, होते ही रहते है,जिन्हें हमारा शरीर अपने आप नियंत्रित कर लेता है ,,कुछ ही समय मे, लेकिन यदि उस टेम्पररी चेंज को हम दवाईयों की बैसाखी लगा देते है तो शरीर का सुपोर्ट सिस्टम ये मान लेता है कि अब मेरा यंहा कोई काम नही है, वह बाकी के दूसरे काम देखने लग जाता है, अपना सारा ध्यान उस प्रॉब्लम से हटा लेता है, जंहा दवाईया आ जाती है मदद को,
मेरे एक जानकार को दिल मे दर्द हुआ ,तीन स्टंट डाल दिये गए, , उस व्यतक्ति ने दवाईयों के साथ प्राकृतिक चिकित्सा पर भी ध्यान दिया,
आज उसके दिल मे दो नई veins बन गयी है,,, अपने आप,,,,
यही माप दंड इन्होंने suger के बदले, यही ये ऑक्सीजन में कर रहे है ,
Measurement गलत वाली दिमाग मे डाल दो , बात दो, बाकी का काम अपने आप हो जाएगा,
ये सारी शुरुआत होती है who से ,,,,