एक महात्मा जी गांव में झोपड़ी में रहते थे ।
उनकी झोपड़ी में चूहे बहुत थे ।जो उन्हें बहुत तंग करते थे ,उन्होंने अपने सेवकों को यह बात बताई , ओर पूछा इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए क्या किया जाए ,तो उन्होंने कहा बाबा जी परेशान ना हो बिल्ली पाल लो, बिल्ली चूहों को खा लेती है, महात्मा जी ने कहा ठीक है ,उन्होंने बिल्ली पाल ली , अब जब बिल्ली आ गई तो बिल्ली को दूध चाहिए
अब गांव वाले रोज दूध दे जाते बिल्ली के लिए
अब गांव वाले कब तक दूध देते ,तो गांव वालों ने कहा महाराज 15 ,20 दिन हो गए ,अब हमने खूब दूध दे दिया अब एक काम करो रोज आपको दूध तो चाहिए ,इसलिए एक गाय पाल लो,
गाएं हम लोग दे देंगे
अब दूध तो सच में चाहिए सो एक गाय रख ली
अब गाय के लिए गांव वाले चारा कब तक दे ,15 20 दिन गांव वाले ने दिया,फिर बोले महाराज कब तक हम मदद करेंगे एक काम करो ,दो एकड़ खेती की जमीन ले लो , उसमें चारा बो और खिलाओ गाएं को ,महात्मा ने कहा यह भी ठीक है जरूरी है क्योंकि भाई बिल्ली रखना है तो, दूध चाहिए और दूध चाहिए तो गाय चाहिए ,और बिल्ली इसलिए चाहिए कि चूहा खाएगी अब क्या किया जाए अब चारा के लिए खेती ले ली ,अब चारा काटे कि भजन करें,या माला जपे, कि प्रभु को पाए, कि चारा काटे
उन्होंने अपनी समस्या गांव वालो को बताई
गांव वाले बोले महाराज जी गांव में एक विधवा औरत है ,उसका कोई नहीं है उसको हम आपके आश्रम पर रख देते हैं वो चारा काटती रहेगी गाय को खिलाती रहेगी आपके लिए दूध मिल जाएगा आप बिल्ली को पिलाते रहना झंझट खत्म ,
महात्मा बोले ये ठीक है काम बन गया
वक्त बीता
अब गांव में महात्मा जी की बाते होने लगी, धीरे धीरे, कुछ सही ज्यादा गलत, , तो गांव वाले बोले महाराज ऐसे काम नहीं चलेगा अब तो शादी करनी पड़ेगी ,आपको तभी चलेगा ,ऐसे काम नहीं चलेगा शादी करनी पड़ेगी आखिरकार महात्मा जो को शादी करनी पड़ी , इसलिए करनी पड़ी , क्योंकि गाएं के लिए चारा बोना va काटना था ,क्योंकि गाय रखनी थी और गाय इसलिए रखनी थी क्योंकि दूध चाहिए था दूध इसलिए चाहिए था क्योंकि बिल्ली पाल ली थी और बिल्ली इसलिए बुलाई थी क्योंकि चूहा खत्म करने के लिए ,अंत में शादी हो गई
वक्त बीता
जब महात्मा जी का अंतिम समय आया तो शिष्यों ने पूछा कोई गुरु ज्ञान दो महात्मा जी बोले सब कुछ करना बिल्ली मत पालना सब कुछ करना पर बिल्ली मत पालना ये पूरा खेल बिल्ली से स्टार्ट हुआ है यही हम तुमको बताना चाहते हैं कि अगर झंझट पाल लोगे तो झंझट बढ़ते ही जाएंगे ,बढ़ते ही चले जाएंगे सर्वोत्तम उपाय है जो प्राप्त है वही पर्याप्त है, वह किसी से कम नहीं है जो मिला नहीं उसका कोई गम नहीं है जो मिला है वो लाजवाब है जो मिलने वाला है वो सिर्फ एक ख्वाब है हमें
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