Thursday 20 July 2023

नदियों का मायका है यह राज्य

 भारत के किस राज्य  को नदियों का मायका कहा जाता है ?

😴😴😴😴

भारत का   एक ऐसा राज्य  है जिसे नदियों का मायका कहा  जाता है 



इस राज्य  का नाम है मध्य्प्रदेश 



पर ऐसा कहा  ही क्यों जाता है   🦄🦄🦄🦄



क्योकि इस राज्य  में छोटी बड़ी मिला  कर  कुल 207 नदिया बहती है 😰😨😰😰😕🤢





इसकी प्रमुख नदिया है नर्मदा ,रावती ,सोन ,ताप्ती ,चम्बल ,माही व कुनु 💐💐💐💐💐




माही  देश की एकमात्र ऐसी नदी है दो बार कर्क रेखा पार करती है 🇨🇮





चंबल नदी का प्राचीन नाम चर्मणवती था और इसका उल्लेख महाभारत में भी  मिलता है.🇨🇮







अगर आपको भी नदियों से प्यार है तो एक बार नदियों के मायके  मध्य्प्रदेश  को  देखने जरूर  जाये 🌍🌍🌍🌍🌍🌍🌍🌍🌍🌍🌍




                                              ज्ञान की बाते मिल कर  बांटे

नदियों का मायका है यह राज्य

क्यों सास बहू कहा जाता इन नदियों को 

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ज्ञान जन्मो जन्मो तक रहता है knowledge remains as eternal




मध्यप्रदेश की प्रमुख नदियाँ एवं उनके उद्गम स्थल

नर्मदा - अमरकंटक पहाड़ी

चम्बल - महू के निकट जानापव पहाड़ी

ताप्ति- बैतूल जिले में मुलताई के निकट

सोन नदी- अमरकंटक पहाड़ी

बेतवा - कुमरा गाँव

क्षिप्रा - काकरी बरडी

बैनगंगा - परस्वाड़ा पठार

केन - विंध्यांचल पर्वत

शक्कर - अमरवाड़ा

कुवारी- शिवपुरी पठार

टौंस - कैमूर पहाड़ी

काली सिंध - बागली गाँव

कुनू - शिवपुरी पठार



मध्यप्रदेश की सबसे लम्बी व बड़ी नदी नर्मदा नदी है। कल लम्बाई 1,312 किमी (म.प्र. में प्रवाहित: 1,077 किमी.)। नर्मदा नदी भारत की सबसे प्राचीन नदी है तथा देश की पाँचवीं बड़ी नदी है।

नर्मदा नदी को मध्यप्रदेश की- "जीवन रेखा" एवं म.प्र. की "अर्थव्यवस्था की मेरुरज्जु'' कहा जाता है।


मध्यप्रदेश में अधिक नदियाँ प्रवाहित होने के कारण मध्यप्रदेश को नदियों का मायका कहा जाता है।

बेतवा नदी को 'मध्यप्रदेश की गंगा' कहा जाता है।

 नर्मदा एवं ताप्ती नदी खम्भात की खाड़ी के समागम में एश्चुएयरी का निर्माण करती है। नर्मदा नदी डेल्टा नहीं बनाती है।

चंबल नदी द्वारा मुरैना जिले में मृदा अपरदन के कारण गहरे खड्डे बना दिये हैं, जिसे चम्बल के बीहड़ के नाम से जाना जाता है।

होशंगाबाद जिले में तवा नदी पर मध्यप्रदेश का सबसे लम्बा बाँध निर्मित है।

म.प्र. का सबसे ऊँचा जलप्रपात रीवा जिले में बीहड़ नदी पर चचाई जलप्रपात है (ऊँचाई - 130 मीटर)

शिप्रा नदी को मालवा की गंगा कहा जाता है। शिप्रा नदी के तट पर महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग स्थित है।

ओंकारेश्वर (ममलेश्वर) ज्योर्तिलिंग नर्मदा नदी के तट पर स्थित है।




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