जब हम रोज सर में तेल लगते है तो हमारा सर हर प्रकार के कीटाणुया का काल बन जाता है क्योकि इससे टकराने वाला हर कीटाणु वंहा के तेल के संपर्क में आकर नेतनानाबूद हो जाता है ,वंही दूसरी तरफ जब हम सर सूखा रखते है तो वो सर जिस पर तेल नहीं लगा वो हर प्रकार के कीटाणुया का पोषक दाता बन जाता है ,,जरा कलपना कीजिये अरबो सर तेल लगा कर घूम रहे है तो वो सारा दिन में जंहा जंहा भी जायेगे वंहा उनके सर से टकराने वाला हर कीटाणु खतम समझो ,वंही दूसरी तरफ ,जो ट्रेंड आज कल चल रहा की सूखे खुश्क सर रखने का ऐसे अरबो सर ऐसे कीटाणयूओ के पोषक दाता है , सर पर तेल घने से शनि प्रस्सन होते है, व सर की नसों को तरावट मिलती है ,
बहुत पहले 10TH क्लस्सपढ़ा था की डिटर्जेंट पानी में पहुंच कर ALGE काई का भोजन होने के कारन अलगे बहुत हो जाती है व पानी में ऑक्सीजन कम ,यही हाल शैम्पू सर में करते है
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