बाग में जाने के कुछ उसूल होते हैं
फूल से तितली को ना उड़ाया जाए
घर से मस्जिद है बहुत दूर चलो यू कर ले
किसी रोते हुए बच्चे को हसाया जाये
my originals 26/5/24
c.d.&.c by ritesh nagi
इसी तरह ऐसे दोस्ती व प्यार के भी कुछ उसूल होते है
हो गयी है गर छोटी सी तकरार तो
खामखां में मुँह न सुजाया जाये
अगर लग गयी है किसी को किसी की बात बुरी
तो उस बात का बतंगड़ न बनाया जाये
सब को सब कुछ हासिल हो ये जरुरी तो नहीं
जो हासिल है उस का खुल कर लुतफ उठाया जाये
में ही वो शख्स हु जिसकी थी तलाश तुजे
इस वहम को अब ही से मिट्या जाये
में तेरे काबिल हु या नहीं ये किसको पता
तेरे वजूद को क्यों न तुजसे वाकिफ कराया जाये
में तुजसे मिलु या न मिलु ये नहीं है मसला
चल आज तुझको तुजसे ही मिलाया जाये
तू नरगिस है नजम है खूबसूरत नगमा है
क्यों न तुजko सारे आकाश me गुनगुनाया जाये
मेरी हो न हो ,में रहु न रहु, कोई बात नहीं
तेरी हर बात को क्यों न सजदे में सजाया जाये
तेरा आना तेरा मिलना मुकदर की बात सही
क्यों न तेरा न मिलना भी मुकदस बनाया जाये
मिलना और मिल कर बिछड़ना है जगत की रीत यही
क्यों न ,ना मिल कर बिछुड़ने का दसतूर ही मिटाया जाये
to be editied
Ishi trha dosti va pyaar ke kuch usul hote hai
Khamkha me muh na sujaya jaye ,
Agar lg gyi hai kisi ko kisi ki koi baat buri
To us baat ka batangr na bnaya jaye ,
Sb ko sb kuch hasil ho ye jaruri to nhi
Jo hasil hai uska khul ke lutf utaya jaye
Me hi vo shakas hu jiski thi talash tuje
Is veham ko ab hi se mitaya jaye
Me tere kabil hu ya nhi kisko pta
Tere vajud se kyo tujko vakif na kraya jaye
Me tujse milu ya na milu ,ye nhi hai masla
Chl Aaj tujko tujse hi kyo na milaya jaye
Tu Nargis hai najam hai khubsurat nagma hai
Kyo na tujse sare aakah ko sajaya jaye
Meri ho na ho rhevna rhe koi baat nhi
Teri hr baat ko sajde me sajya laya jaye
Tera milna mukdr ki baat shi
Tera na milna bhibkyo na mukdas bnaya jaye
Milna mil kr bichdna hai reet yhi
Kyo na na mile na mil ke bichdene ka dastur mitaya jaye
में मेरा वजूद हस्ती मेरे म्मायने मायने नहीं रखते
तू तेरा वजूद तेरी हस्ती तेरे मायने इक नियामत है
चारो तरफ बिखरा रहे नूर तेरा
हवा में सुगंध तेरी रहे फैली
सिर्फ से निभाया जाये
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